“No Occupation Please!” – ब्रिटेन की इसराइल को दो टूक चेतावनी

हुसैन अफसर
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ब्रिटेन की विदेश मंत्री यवेट कूपर ने साफ कर दिया है कि इसराइल को वेस्ट बैंक के किसी भी हिस्से पर कब्ज़ा करने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। जब उनसे पूछा गया कि क्या फलस्तीन को मान्यता देने के बाद इसराइल कोई जवाबी कार्रवाई कर सकता है?

कूपर ने कहा:

“हमने स्पष्ट कर दिया है कि वेस्ट बैंक पर कब्ज़ा करने जैसी कोई भी कार्रवाई स्वीकार नहीं होगी। ऐसे किसी कदम को हम समर्थन नहीं देंगे।”

ब्रिटेन ने बदल दी दशकों पुरानी नीति

रविवार को ब्रिटेन के प्रधानमंत्री किअर स्टार्मर ने ऐलान किया कि उनकी सरकार अब फलस्तीन को एक स्वतंत्र देश के तौर पर मान्यता देती है। यह फैसला ब्रिटेन की विदेश नीति में एक बड़ा और ऐतिहासिक बदलाव माना जा रहा है।

इस नई नीति के साथ ब्रिटेन अब कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और पुर्तगाल जैसे देशों की लिस्ट में शामिल हो गया है, जिन्होंने हाल ही में फलस्तीन को मान्यता दी है।

नेतन्याहू का विरोध: “ये आतंकवाद को इनाम देना है”

इस मान्यता पर इसराइल के प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा:

“फलस्तीन को देश मानना आतंकवाद को बहुत बड़ा इनाम देना है। ये स्वीकार्य नहीं है।”

नेतन्याहू ने यह भी कहा कि जॉर्डन नदी के पश्चिम में कोई फलस्तीनी देश नहीं बनने देंगे, और अमेरिका से लौटने के बाद वो इसका ठोस जवाब देंगे।

UN सम्मेलन में बढ़ सकती है कूटनीतिक हलचल

विदेश मंत्री यवेट कूपर सोमवार को न्यूयॉर्क में होने वाले संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन में हिस्सा लेंगी, जहां फ्रांस और अन्य यूरोपीय देश भी फलस्तीन को मान्यता देने की घोषणा कर सकते हैं।

इससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसराइल और फलस्तीन के बीच विवाद को लेकर नया समीकरण बन सकता है।

क्या वेस्ट बैंक पर फिर तनाव बढ़ेगा?

अगर इसराइल वेस्ट बैंक में कोई मिलिटरी या राजनीतिक मूव करता है, तो यह मिडिल ईस्ट में तनाव बढ़ा सकता है। यूरोप और इसराइल के रिश्तों में खटास ला सकता है। अमेरिका पर भी दबाव डालेगा कि वह स्थिति में दखल दे।

मान्यता और मजबूती या टकराव की ओर एक और कदम?

ब्रिटेन का फलस्तीन को मान्यता देना एक बड़ा कूटनीतिक फैसला है, लेकिन इसके परिणाम क्या होंगे — यह आने वाले हफ्तों में साफ़ होगा। यवेट कूपर की इसराइल को स्पष्ट चेतावनी ने यह संकेत जरूर दे दिया है कि वेस्ट बैंक पर कोई भी एकतरफा कदम वैश्विक असहमति को जन्म दे सकता है।

फलस्तीन को मान्यता देने पर नेतन्याहू, बोले- “कोई फलस्तीनी देश नहीं होगा”

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